ओडिशा तट पर मध्यरात्रि को भीषण चक्रवाती तूफान दाना ने दस्तक दी। इसके कारण पश्चिम बंगाल के दक्षिण क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा बुलेटिन के अनुसार, दाना ओडिशा के उत्तरी तटीय क्षेत्र पर मौजूद है, जो धामरा के उत्तर-पश्चिम और हबालीखाटी नेचर कैंप के उत्तर-पश्चिम के पास है। आज दोपहर तक भीषण चक्रवाती तूफान के धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। दाना के कारण बारिश होने से पूर्व मेदिनीपुर के मंदारमणि और दक्षिण 24 परगना के गोसाबा के विभिन्न हिस्सों में जलभराव की सूचना मिली है। इससे प्रभावित निवासियों की परेशानी और बढ़ गई है। इन क्षेत्रों में हुए नुकसान का अभी आकलन नहीं किया गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला कि तूफान के साथ भारी बारिश हुई और यह शुक्रवार सुबह तक जारी रही जिसके कारण निचले इलाकों में जलभराव हो गया।

भद्रक में NDRF इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार ने कहा, ‘हम विभिन्न स्थानों पर सड़क साफ करने में लगे हुए हैं। अब तक हमने 100 मीटर सड़क साफ कर दी है। भद्रक जिले में हमारी कुल 3 टीमें हैं, जबकि धामरा में दो टीमें तैनात हैं। यह काम तब तक जारी रहेगा जब तक हमें जिला प्रशासन से मंजूरी नहीं मिल जाती कि कोई रिक्वायरमेंट नहीं है।’ पारादीप के NDRF इंस्पेक्टर जीडी बिक्रम ने कहा कि चक्रवात दाना के कारण पेड़ सड़क पर गिर गए हैं। इसलिए हम सड़क को साफ कर रहे हैं। काम चल रहा है। हम सड़क को जल्द से जल्द साफ कर देंगे। यहां चक्रवात दाना के प्रभाव सामान्य रहे हैं।

कोलकाता में तेज हवाएं और भारी बारिश

पश्चिम बंगाल प्रशासन ने भीषण चक्रवाती तूफान दाना की आशंका के कारण गुरुवार शाम तक 2.5 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन बल की 13 बटालियन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 14 बटालियन तटीय क्षेत्रों में तैनात की गई हैं। तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार शाम 6 बजे से शुक्रवार सुबह 9 बजे तक परिचालन बंद कर दिया गया।