कोरबा – जिले गेवराबस्ती सन् 2014 में अधिग्रहण किया गया उसके बाद अभी तक पत्रक 5 और 6 तैयार नहीं किया गया है, और मुवावजा की राशि प्राप्त नही हुआ है। जिसके कारण कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। किसानों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है ,जिससे उनमें आक्रोश कि भावना उत्पन हो रही है।
ग्राम वासी SECL के ध्यान में यह लाना चाहते है कि वर्तमान में हो रहे खनन विस्फोटों के कारण गाँव पर गंभीर और प्रतिकूल प्रभाव पड़ रह है। जैसे पिछले कुछ महीनों में हमारे गांव में कई घरों और इमारतें विस्फोटों से उत्पन कंपन के कारण दरारें और संरचनात्मक कमजोरियों का सामना करना पड़
रहा है।
दैनिक दिनचर्या से जुडी कई समस्याएं उत्पन हो रही है जैसे स्थानीय जल स्तरों में कमी पाई जा रही है, एवं जो हमारी दैनिक आवश्यकताओं और कृषि गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। और विस्फोटों के कारण उत्पन होने वाले निरंतर भय और चिंता का गांववासियों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ रहा है। 4. यह कि इसे ध्यान में रखते हुए भू-प्रभावित परिवार के सदस्यों को जब तक पत्रक 5 और 6 एवं मुआवजा राशि प्राप्त नहीं होती तब तक आउटसोर्सिंग कंपनी में रोजगार उपलब्ध होनी चाहिए।
प्रभावित ग्राम में मकान एवं अन्य परिसंपत्तियों को खदान के हैवी ब्लास्टिंग से क्षतिपूर्ति हेतु एस.ई.सी. एल. कुसमुन्डा प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा अवलोकन किया जाए व क्षतिपूर्ति का भुगतान अतिशीघ्र किया जाए।
जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है जिससे आक्रोश बढ़ गया है । इन सभी मुद्दों को लेकर खदान में हड़ताल खदान बन्द करने की सूचना secl को दे दी गयी है ।

