दुर्ग : एक कार के अंदर झुलसा हुआ मिला, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। बच्ची की मौत के बाद से इलाके में भारी आक्रोश और तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए पुलिस ने पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया है।
महक यादव अपने माता-पिता के साथ दादी के घर के पास ही रहती थी। घटना वाले दिन महक सुबह 8:30 बजे के करीब कन्या भोज में जाने की तैयारी कर रही थी और इसके बाद वह दादी मीना यादव के घर चली गई। दादी के अनुसार, सुबह 10:30 बजे तक महक घर पर थी, लेकिन उसके बाद वह अचानक नंगे पांव कहीं चली गई। परिवार को लगा कि वह किसी पड़ोसी के यहां भोज के लिए गई होगी, लेकिन जब दोपहर 2 बजे तक वह घर नहीं लौटी, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की।काफी खोजबीन के बाद भी जब महक का कोई पता नहीं चला, तो परिजन थाने पहुंचे और गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस और मोहल्ले के लोगों ने मिलकर तलाश शुरू की। इस दौरान एक युवक ने दादी के घर के पास खड़ी एक कार के अंदर झांका, तो वहां महक का शव दिखाई दिया। कार का दरवाजा खोलते ही देखा गया कि बच्ची का शरीर झुलसा हुआ और अकड़ा हुआ था। परिजनों का कहना है कि महक के शरीर पर चोट के निशान थे, जिससे अंदेशा है कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसे कार में बंद कर फरार हो गए।घटना से आक्रोशित लोगों ने उस व्यक्ति के घर में तोड़फोड़ की, जिसकी कार में शव मिला था। गुस्साई भीड़ ने घर में आग लगा दी, जिससे एक बाइक और एयर कंडीशनर जलकर खाक हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि क्षेत्र में शांति बनी रहे।
मोहन नगर थाना प्रभारी शिव चंद्रा ने बताया कि महक के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है और उसकी रिपोर्ट से ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। इस मामले में फिलहाल 3 से 4 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।