रायपुर : छत्तीसगढ़ में लगातार मिल रही चुनावी हार के बाद कांग्रेस पार्टी अपने संगठन में बड़े बदलाव की योजना पर काम कर रही है. पार्टी अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबले के लिए नई रणनीति अपना रही है. PCC चीफ दीपक बैज ने गुरुवार को राहुल गांधी से मुलाकात के बाद आज मीडिया से बातचीत में कांग्रेस जिला अध्यक्षों की पावर बढ़ाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पार्टी का आधार स्थानीय स्तर पर मजबूत करने और पारदर्शिता के लिए जिला अध्यक्षों को पावर देगी.

बता दें, गुरुवार को दिल्ली में आयोजित बैठक के दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र, मुंबई, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और चंडीगढ़ के जिला अध्यक्ष शामिल हुए. इस दौरान संबंधित प्रदेशों के प्रभारी और राज्य अध्यक्ष भी मौजूद रहे. इस दौरान कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख पवन खेड़ा ने बताया कि इस सत्र में मीडिया, सोशल मीडिया समेत कुल छह प्रस्तुतियां हुईं. पार्टी नेतृत्व अब जिला अध्यक्षों के कार्यों की समीक्षा करेगा. यह देखा जाएगा कि उनके क्षेत्र में पंचायत से लेकर लोकसभा चुनाव तक वोट प्रतिशत में कितनी वृद्धि या गिरावट हुई है. इसके आधार पर जिला अध्यक्षों की आगे की भूमिका तय की जाएगी.

गुजरात में 64 साल बाद कांग्रेस का अधिवेशन

वहीं गुजरात में 64 साल के बाद कांग्रेस का अधिवेशन होने जा रहा है. इस अधिवेशन में छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों के कांग्रेस नेता शामिल होंगे. इसे लेकर दीपक बैज ने कहा कि आज राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होने जा रहे हैं. आने वाला साल संगठन का साल है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की मजबूती और कार्ययोजना के लिए टारगेट सौपेंगे. उम्मीद है कि अधिवेशन में महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे.

साय मंत्रिमंडल के विस्तार पर कसा तंज

वहीं साय मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर पीसीसी चीफ ने तंज कसते हुए कहा कि निगम मंडल में नियुक्ति के बाद भाजपा में सर फुटव्वल की स्थिति है. बीजेपी के नेता पद वापस कर दे रहे हैं.