Tilak lagane ke niyam : जब आप किसी पूजा में शामिल होते हैं या पूजा करते हैं तो माथे पर तिलक जरूर लगाते हैं. तिलक लगाना पूजा के दौरान की जानी वाली जरूरी परंपरा है. तिलक लगाने से जीवन में सकारात्मकता आती है. यह आपके मन और शरीर को ऊर्जा से भऱ देता है. लेकिन तिलक लगाने का लाभ तभी मिलता है, जब आप इसे सही तरीके से माथे पर लगाते हैं. तो चलिए जानते हैं तिलक लगाते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

तिलक लगाने का सही नियम क्या है – 

  • स्नान करने के बाद ही तिलक माथे पर लगाना चाहिए. 
  • भूलकर भी बिना स्नान के तिलक नहीं लगाना चाहिए.
  • वहीं, तिलक पहले भगवान को लगाएं, फिर माथे पर. 
  • इसके अलावा तिलक हमेशा अनामिका अंगुली से लगाएं. 
  • तिलक रात में सोने से पहले माथे से हटा दीजिए. क्योंकि रात में माथे पर तिलक लगा रहने से आपकी एनर्जी नकारात्मकता में बदल सकती है. 

तिलक लगाने के फायदे – 

  • तिलक लगाने से मन को शीतलता मिलती है. इससे आपकी एकाग्रता बढ़ती है. साथ ही आपका दिमाग शांत रहता है. 
  • तिलक लगाने से ग्रहों की ऊर्जा भी सकारात्मक होती है. अगर आप सही तरीके से तिलक लगाते हैं, तो फिर भाग्य में भी वृद्धि होगी. 
  • वहीं , तिलक लगाने से आपका ध्यान पूजा में भी लगता है. 

तिलक कितने प्रकार के होते हैं – 

  • चंदन का तिलक लगाने से एकाग्रता बढ़ती है, वहीं कुमकुम और रोली का तिलक आकर्षण बढ़ाता है और आलस्य को दूर करता है. 
  • केसर के तिलक से यश बढ़ता है और सारे काम भी पूरे होते हैं. 
  • इसके अलावा अष्टगंध के तिलक से बुद्धि और ज्ञान में भी वृद्धि होती है. यह आपके मन को भी शुद्ध करता है. 
  • भस्म का तिलक लगाने से दुर्घटना से बच सकते हैं. 

यह भी कर सकते हैं – अगर आप सूर्य की स्थिति कुंडली में मजबूत करना चाहते हैं तो इसके लिए लाल चंदन, चंद्रमा के लिए सफेद, मंगल के लिए नारंगी, बुध के लिए अष्टगंध का तिलक, गुरु के लिए केसर, शुक्र के लिए रोली और शनि, राहु, केतु के लिए कंडे या धूप बत्ती की राख का तिलक लगा सकते हैं.