कोरबा : कोरबा में माटी अधिकार मंच ने जिला खनिज न्यास की राशि (DMF) का लाभ प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित परिवारों तक पहुंचाने की मांग की है। मंच का आरोप है कि अरबों रुपए की राशि मिलने के बावजूद खनन क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया है।
माटी अधिकार मंच ने कई महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं। इनमें ग्राम सभा के माध्यम से प्रत्यक्ष प्रभावित व्यक्तियों की पहचान करना शामिल है। मंच ने सोशल ऑडिट की मांग की है। साथ ही भविष्य के लिए राशि का संरक्षण और प्रभावित क्षेत्र के लोगों में जागरूकता फैलाने की बात कही है।
बता दें कि 17 गांव के लोग इससे प्रभावित है। उन्होंने मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
मंच के अध्यक्ष बृजेश कुमार के मुताबिक, डीएमएफ फंड के करोड़ों रुपए प्रभावित लोगों पर खर्च किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि लंबे समय से की जा रही यह मांग अभी तक पूरी नहीं हुई है। इस संबंध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है।
17 गांव के ग्रामीण प्रभावित
चैनपुर, आमगांव, बैलटकारी, हरदीबाजार, सराईसिंगर, सरायपाली, पाली और पडनिया जटराज समेत कुल 17 अर्जित ग्राम इससे प्रभावित हैं। ग्रामीण सूर्यभान सिंह कंवर ने बताया कि 10 साल बीत जाने के बाद भी खनिज न्यास मद की राशि का सही उपयोग नहीं किया गया है।
उग्र आंदोलन की चेतावनी
मंच ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। प्रभावित क्षेत्र के लोगों को रोजगार, पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने की मांग प्रमुख है।