कोरबा : भारतीय न्याय संहिता और भारतीय नागरिक सुरक्षा कानून के अस्तित्व में आने के साथ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी इस पर काम कर रहे है। साथ ही जन सामान्य को भी पिछले कानूनों में व्यापक बदलाव की जानकारी देने में लगे हुए है।

समय के साथ कई प्रकार की चुनौतियां कार्य क्षेत्र में लगी हुई है और समय-समय पर गतिरोध जैसे नजारे पेश आते है। इसलिए इस बात पर जोर दिया जाता है कि पुलिस थाना व चौकी में आने वाले लोगों से बेहतर व्यवहार किया जाये। लगातार इस प्रकार की शिकायतें सामने आ रही है कि अलग-अलग मामलों को लेकर लोग जब आरक्षी केंद्र पहुंचते है तो पुलिस कर्मियों का व्यवहार अनापेक्षित होता है। इसे हर कोई बर्दाशत नहीं कर पाता और बाद में पुलिस वालों की मुश्किले खड़ी हो जाती है। रविवार को सुबह 9 बजे से पहले ही पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने कोतवाली थाना पहुंचकर निरीक्षण किया। काम-काज को देखा। 

रजिस्टर कैसे मेनटेन हो रहा है इसकी भी जानकारी ली। उनका साफतौर पर कहना था कि हर प्रकरण के निराकरण के बाद संबंधित आवेदक को कार्यवाही से अवगत कराये, जो कि लंबित शिकायतों से संबंधित है। पुलिस से कहा गया कि जनता से हर-हाल में सौहाद्रपूर्ण व्यवहार करने की आदत डाले। साथ ही उनकी बात को धैर्य पूर्व सूना जाये क्योंकि यह उनका दायित्व है। कोतवाली थाना के निरीक्षण के साथ दी गई सलाह सभी थाना और चौकियों के मामले में जरूरी समझी जा रही है। इसके पीछे के संदेश को सभी कर्मियों को समझना होगा।