
कोरबा : कोरबा जिले में शनिवार को आए आंधी-तूफान और बारिश का असर अभी तक जारी है, जिसने शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक प्रभाव डाला। कई घरों पर पेड़ गिरे, छज्जे उड़ गए, और कुछ लोग घायल भी हुए। इस प्राकृतिक आपदा के कारण शहर की विद्युत व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
शहर के कई इलाकों, जैसे श्रमिक बस्ती और मुख्य चौक-चौराहों पर, विद्युत आपूर्ति ठप है। इस स्थिति से नाराज व्यापारियों ने सोनालिया मुख्य चौक पर चक्का जाम कर प्रदर्शन किया। उन्होंने वाहन खड़े कर विद्युत विभाग के रवैये के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। सर्राफा व्यवसायी संघ के कोषाध्यक्ष जितेंद्र लहरी ने बताया कि आंधी-तूफान के बाद विद्युत व्यवस्था की बदहाली से सभी परिचित हैं, लेकिन कोरबा जैसे पावर हब में भी लोगों को बिजली की भारी किल्लत झेलनी पड़ रही है। बिजली न होने से उनका व्यवसाय ठप है, जिससे कई व्यापारियों को नुकसान हो रहा है।
व्यापारी सतीश गुप्ता ने कहा कि उन्होंने शनिवार दोपहर 3 बजे से विद्युत विभाग को लगातार फोन कर सूचना दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अधिकारी और कर्मचारी फोन तक नहीं उठाते, जिसके चलते चक्का जाम उनकी मजबूरी बन गई।व्यापारी रवि देवांगन ने तंज कसते हुए कहा कि अगर औद्योगिक नगरी कोरबा का यह हाल है, तो अन्य जिलों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि विद्युत व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो वे अगले दिन और उग्र आंदोलन करेंगे। चक्का जाम की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और व्यापारियों को समझाने के बाद जाम समाप्त कराया। विद्युत विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया, और सुधार कार्य शुरू किया गया।