
कोरबा -SECL कुसमुंडा खदान में जरहाजेल के लंबित नौकरी की मांग को लेकर कुछ लोगों ने अपने पूरे परिवार समेत खदान में उतर कर सुबह छः बजे कोयला परिवहन बंद कराया दिया , कोयला परिवहन में लगे गाड़ियों डंपरों को रुकवाया जिसमे जिसमे SECL प्रबंधन कुसमुंडा को हजारों टन कोयला उत्पादन का नुकसान हो रहा है l भू विस्थापितों का कहना है SECL कुसमुंडा में नौकरी के नाम पर उनको वर्षों से घुमाया जा रहा है l

लम्बोदर कश्यप का कहना है की उनके जमीन के एवज में SECL के अधिकारियों के साठ गांठ से किसी और को नौकरी दे दी गई है,जो जांच का विषय है,एक और परदेशी नाम के व्यक्ति ने बताया की सन 2005 में उनकी जमीन अधिग्रहण किया गया 10 साल हो गए चक्कर काटते मगर आज तक नौकरी नहीं मिला है , उसके पिता को मृत बता कर किसी और को नौकरी दे गई है l एसईसीएल कुसमुंडा में ऐसे ऐसे भ्रष्ट अधिकारी थे , जो करोड़ों रुपए का घोटाला तथा फर्जी तरीके से लोगों को नौकरी दे कर रिटायर्ड हो चुके हैं,अब एसईसीएल के जो नए अधिकारी हैं वे पुराने मामलों को गंभीरता से लेना नहीं चाहते, अब अनेकों भू विस्थापित अपने जमीन के बदले रोजगार के लिए दर दर भटक रहे हैं, अब उनका कोई सुनवाई नहीं हुई तो, खदान बंद कर धरने पर बैठ गए हैं,।भू विस्थापितों का कहना है कि हमारी तो जमीन गई हमारे पास अब कुछ भी नहीं बचा है, नौकरी के चक्कर में हम कर्ज में दब गए l जब तक हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाएगा तब तक धरने पर बैठे रहेंगे ।

