
जगदलपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में सोमवार की सुबह एक बड़ा रेल हादसा टल गया, जब लौह अयस्क से भरी एक मालगाड़ी के 37 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह दुर्घटना किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन (जिसे आमतौर पर केके लाइन के नाम से जाना जाता है) के टनल नंबर 5 के भीतर हुई। यह रेलगाड़ी बैलाडीला खदानों से लौह अयस्क लेकर विशाखापट्टनम बंदरगाह की ओर जा रही थी। घटना सुबह के समय घटित हुई जब मालगाड़ी चिमडीपल्ली और टाएडा स्टेशनों के बीच टनल नंबर 5 को पार कर रही थी। अचानक ट्रेन के डिब्बे असंतुलित होकर एक के बाद एक पटरी से उतरते चले गए। देखते ही देखते 37 डिब्बे सुरंग के भीतर ही पलट गए और एक-दूसरे पर चढ़ गए। दुर्घटना के कारण सुरंग के अंदर और बाहर मलबे का अंबार लग गया, जिससे इस रूट पर रेल यातायात पूरी तरह से ठप हो गया।
राहत की बात: कोई जनहानि नहीं
रेलवे प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक इस दुर्घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, जो कि अत्यंत राहत की बात है। जिस स्थान पर हादसा हुआ, वह एक दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र है और वहां आसपास कोई रिहायशी इलाका नहीं है। अगर यह हादसा किसी घनी आबादी वाले क्षेत्र में होता या मालगाड़ी की जगह यात्री ट्रेन होती, तो स्थिति कहीं अधिक भयावह हो सकती थी। हादसे के चलते जगदलपुर से विशाखापट्टनम की ओर जाने वाली नाइट एक्सप्रेस और कुछ अन्य पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। साथ ही, कुछ ट्रेनों को मार्ग परिवर्तन या आंशिक रद्दीकरण के साथ चलाया जा रहा है। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पूर्व संबंधित स्टेशन या IRCTC की वेबसाइट से जानकारी प्राप्त कर लें। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था पर भी काम किया जा रहा है।
राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव दल को मौके पर रवाना किया। भारी उपकरणों, क्रेनों और इंजीनियरिंग टीमों को मलबा हटाने और ट्रैक को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए तैनात किया गया है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर हालात की निगरानी कर रहे हैं। रेलवे की ओर से यह जानकारी दी गई है कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। प्राथमिक दृष्टिकोण से यह संभावना जताई जा रही है कि तकनीकी खामी या ट्रैक में किसी प्रकार की गड़बड़ी के कारण यह दुर्घटना हुई हो सकती है, हालांकि इसकी पुष्टि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।