
Operation Sindoor – दक्षिण अफ्रीका से लेकर इटली तक आतंकवाद के खिलाफ भारत की मुहिम के साथ खड़े हैं। पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश दौरे पर गए भारतीय सांसदों के डेलीगेशन को पूरी दुनिया से अपार समर्थन हासिल हो रहा है और दूसरी तरफ आतंकियों के पोषक पाकिस्तान की थू-थू हो रही है। भारतीय सांसदों के डेलीगेशन ने दुनिया भर में घूम-घूम कर पाकिस्तान के आतंकवाद की कलई खोल दी है। लिहाजा दक्षिण अफ्रीका और इटली ने भी आतंक के खिलाफ भारत के साथ खड़े हैं। वहीं भिखारी पाकिस्तान हर जगह से खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है।
दक्षिण अफ्रीका खुलकर आया आतंक के खिलाफ भारत के साथ
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी डेमोक्रेटिक अलायंस ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की है। साथ ही सीमापार आतंकवाद से लड़ने के भारत के संकल्प का जोरदार समर्थन किया है। बता दें कि भारत का सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर करने और फिर पाकिस्तान से आतंकियों को समर्थन मिलने के मुद्दे पर दुनिया को सच्चाई बताने के लिए विभिन्न देशों की यात्रा पर है। इस कड़ी में एक दल दक्षिण अफ्रीका भी पहुंचा है। भारतीय डेलीगेशन ने बृहस्पतिवार को केपटाउन में दक्षिण अफ्रीकी वार्ताकारों के साथ कई बैठकें कीं। इस दौरान दक्षिण अफ्रीका ने भारत के रुख का पूर्ण समर्थन किया। बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण अफ्रीकी सांसदों और उसके बाद अन्य प्रमुख नेताओं व मंत्रियों से मुलाकात की और आतंकवाद के प्रति भारत की शून्य सहनशीलता तथा वैश्विक खतरे के खिलाफ नए सामान्य दृष्टिकोण को रेखांकित किया था।
इटली भी भारत के साथ खड़ा
दक्षिण अफ्रीका की तरह इटली भी भारत के साथ खड़ा है। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में भारतीय सांसदों का एक डेलीगेशन इटली पहुंचा, जिसने आतंकवाद पर भारत के “शून्य सहनशीलता” के रुख से अवगत कराया। इस दौरान वरिष्ठ इतालवी अधिकारियों से मुलाकात की। आठ सदस्यीय यह दल उन सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है जिन्हें भारत ने पाकिस्तान की साजिशों और आतंकवाद के प्रति भारत की प्रतिक्रिया के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष अपना रुख पेश करने के लिए 33 वैश्विक राजधानियों का दौरा करने का काम सौंपा है। मंगलवार को रोम पहुंचे इस समूह ने बुधवार को पूर्व विदेश मंत्री गिउलिओ टेरजी के साथ “सार्थक” बैठक की। समूह ने विदेश मामलों की समिति और यूरोपीय आयोग तथा इसके अध्यक्ष सीनेटर गिउलिओ ट्रेमोंटी से भी मुलाकात की। भारतीय दूतावास ने एक पोस्ट में बताया कि आतंकवाद के खिलाफ इटली ने भारत के साथ खड़े होने का वादा किया।