दिल्ली में श्रद्धा वालकर और बेंगलुरु में महालक्ष्मी की हत्याओं के बीच कई समानताएं मिली हैं। इसे लेकर पुलिस को आशंका है कि मुख्य आरोपी मुक्ति रंजन रॉय दिल्ली वाली घटना से प्रभावित रहा होगा। वालकर हत्याकांड से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। श्रद्धा नाम की लड़की आरोपी आफताब अमीन पूनावाला के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहती थी। आफताब ने 18 मई, 2022 को गला घोंटकर उसे मार डाला। इसके बाद, शव के कई टुकड़े करके फ्रिज में रख दिए थे। पकड़े जाने से बचने के लिए वह टुकड़ों को कई दिनों तक शहर भर में सुनसान जगहों पर फेंकता रहा। बाद में, मामला सामने आने पर वालकर के शरीर के अंग अलग-अलग जगहों से बरामद हुए।
बेंगलुरु के मल्लेश्वरम इलाके की एक इमारत में 21 सितंबर को महालक्ष्मी की हत्या हुई थी। आरोपी मुक्ति रंजन ने उसके शव के 50 से अधिक टुकड़े कर दिए, जो फ्रिज से बरामद हुए थे। महालक्ष्मी की मां और बहन के शनिवार को उनके घर पहुंचने पर घटना की जानकारी मिली। इस महिला से अलग रह रहे उसके पति ने एक परिचित व्यक्ति पर वारदात में शामिल होने का संदेह जताया था, जो उसके पड़ोस में अकेले रहता था। बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि मुक्ति रंजन और महालक्ष्मी के बीच प्रेम संबंध था। महिला के शादी करने का दबाव डालने पर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था और इसलिए आरोपी ने उसकी हत्या की। ये दोनों कपड़े की दुकान में काम करते थे और वहीं उनकी मुलाकात हुई। इसके बाद वे दोस्त बन गए और दोनों के बीच प्रेम संबंध था।
श्रद्धा वालकर मामले से क्या कनेक्शन
29 वर्षीय महालक्ष्मी की नृशंस हत्या में शामिल मुख्य संदिग्ध ने ओडिशा में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह भद्रक जिले के धुसुरी थाना क्षेत्र में पेड़ से लटका हुआ मृत मिला था। मुक्ति रंजन भुईनपुर गांव का रहने वाला था। पुलिस ने घटनास्थल से एक डायरी भी बरामद की है जिसमें रॉय ने कबूल किया है कि उसने महिला महालक्ष्मी की हत्या करने के बाद उसके शरीर के 50 से अधिक टुकड़े कर दिए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, मुक्ति रंजन हत्या के बाद पूरी रात महालक्ष्मी के शव के साथ रहा। वह सोचता रहा कि इसे कैसे ठिकाने लगाया जाए। ऐसा हो सकता है कि उसे श्रद्धा वालकर मामले से प्रेरणा मिली हो, जिसके चलते उसने तेज क्लीवर चाकू से शव को टुकड़े-टुकड़े किए। उसने इन्हें फ्रिज में रखा और फिर वहां से भाग गया।