नई दिल्ली: साइक्लोन ‘दाना’ के ओडिशा के तट से टकराने के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हुई. साथ ही पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए. लाखों हेक्टेयर में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई. बड़ी संख्या में कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है. इसके कारण पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हुई है. हालांकि भीषण चक्रवाती तूफान “दाना” के ओडिशा तट को पार करने के बाद यह धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है, जिसके बाद केंद्र से पश्चिम बंगाल और ओडिशा की राज्य सरकारों ने राहत की सांस ली है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने एक एक्स पोस्ट में कहा कि चक्रवाती तूफान ‘दाना’ पिछले 6 घंटों के दौरान 07 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. आईएमडी ने कहा कि यह कमजोर हो गया है और हवा की गति 55-65 किमी प्रति घंटे से 75 किमी प्रति घंटे तक है. इसके उत्तरी ओडिशा में पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान और कमजोर होने की संभावना है.
उन्होंने कहा, “यह गंभीर चक्रवाती तूफान उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए ओडिशा के तट को पार कर चुका है. इसके लैंडफॉल की प्रक्रिया गुरुवार रात 11:30 बजे शुरू हुई और आज सुबह सात बजे समाप्त हो गई. चक्रवाती तूफान अब उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है.”
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है और राज्य ने अपना ‘शून्य मानवीय क्षति मिशन’ हासिल कर लिया है, जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण एक व्यक्ति की मौत हुई है.
बंगाल-ओडिशा में 8 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने साइक्लोन दाना को लेकर कहा, “ओडिशा अब सुरक्षित है. चक्रवात के पहुंचने के बाद मैंने स्थिति की समीक्षा की और टीम वर्क के कारण हम शून्य हताहत हुए. हमने 8 लाख लोगों को निकाला था. बहुत से राहत केंद्र खुले हैं. बिजली के तारों की मरम्मत का काम चल रहा है. लगातार बारिश के कारण 1.75 लाख हेक्टेयर में खड़ी फसलें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. बुधबलंगा नदी में बाढ़ आ गई है लेकिन वह खतरे के निशान से नीचे बह रही है.”