मनीष महंत के साथ एन एल चौहान की रिपोर्ट
कोरबा- एसईसीएल कुसमुंडा के महाप्रबंधक राजीव सिंह ने एक कार्यालय आदेश जारी किया है। देखें कार्यालय आदेश में क्या लिखा गया है :
दिनांक 27.07.2024 को कुसमुंडा ओसीएम में एक दुर्घटना घटी, जिसके परिणामस्वरूप एक कार्यपालक श्री जितेन्द्र नागरकर, सहायक प्रबंधक (खनन) की मृत्यु हो गई। दुर्घटना की जांच में पता चला कि भारी बारिश के समय कार्यपालक मोबाइल पर गेम खेल रहा था। गुमटी में मौजूद लोगों ने उसे बार-बार स्थिति के भयावह होने की चेतावनी दी, लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया और गेम खेलना जारी रखा, जिसके परिणामस्वरूप खतरनाक घटना घटी और मृत्यु हो गई। जांच से प्राप्त निष्कर्षों और तथ्यों के मद्देनजर, फील्ड, वर्कशॉप और कार्यालयों में काम करने वाले सभी कार्यपालकों, पर्यवेक्षकों और कर्मचारियों को निर्देशित किया जाता है कि वे कार्यस्थल पर मोबाइल पर गेम खेलने से बचें और अपने काम के प्रति सजग और गंभीर रहें। मोबाइल पर गेम खेलने के संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।
SECL का यह आदेश बेबुनियाद नजर आ रही क्योंकि इसमें अनेकों सवाल हैं –
पहला सवाल – क्या सहायक प्रबंधक अधिकारी बरसात में खदान की स्थिति को देखते हुए मोबाइल पर गेम खेल सकता है ।
(दूसरा सवाल) – क्या वहाँ चार लोग भी मोबाइल पर गेम खेलने गए थे ।
(तीसरा सवाल) – क्या वह वीडियो झूठा है जिसमें चार लोग अपनी जान बचाने के लिए एक पत्थर के सहारे खड़े हैं ।
(चौथा सवाल) – वो कौन सा अधिकारी था जिसके आदेश से सहायक प्रबंधक खदान में भारी बरसात के बीच मोबाइल पर गेम खेलने गए थे ।
(पांचवा )- क्या कोई सहायक प्रबंधक अधिकारी इतना गैर जिम्मेदार हो सकता है ।
(छठवाँ सवाल) – क्या खदान के अधिकारियों को 24/07/2020 की घटना याद नही है ।
(सातवां सवाल )- क्या 24/07/2020 में सन्तोष दास पिता खम्हन दास निवासी बरमपुर ने भी लापरवाही बरती थी ,जिससे उसकी मौत हो गई ।
(आठवाँ सवाल) – एसईसीएल प्रबंधक आखिरकार मीडिया से बात क्यों नही करना चाहती ।
(नौवां सवाल )- क्या कुसमुण्डा प्रन्धक को कोल इंडिया से कारण बताओ नोटिस आया है , जिसका यह आदेश के द्वारा जवाब तलब किया जा रहा है ।
इन सभी सवालों का जवाब SECL कुसमुण्डा प्रबधंन को देना होगा ,इस आदेश से साफ साफ जाहिर होता है ,कि प्रबंधन अपने उपर लगे आरोपों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है ,
प्रशासन को इसे जल्द से जल्द संज्ञान में लेकर दोषियों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है । हमारी छत्तीसगढ़ times now की टीम दिनाँक 01/08/2024 को इस मामले पर बड़ा खुलासा करने जा रही है ।
