रामनवमी के जुलूस पर एक और हमले की खबर है। महाराष्ट्र के पालघर में कथित तौर पर कुछ लोगों ने रैली पर अंडे फेंके। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया था। हालांकि, बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर काबू पाया। इधर, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी ने जुलूस पर पथराव के आरोप लगाए हैं। इससे जुड़े वीडियो भी साझा किए गए हैं, जिसमें वाहनों के कांच फूटे नजर आ रहे हैं।

रविवार को हुई इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में केस दर्ज हो गया है। पुलिस ने जानकारी दी है कि पूछताछ के लिए एक शख्स को हिरासत में भी लिया गया है।

पीटीआई भाषा के अनुसार, सकल हिंदू समाज की ओर से राम नवमी पर रैली का आयोजन किया गया था। पुलिस ने बताया है कि रैली चिखलडोंगरी स्थित सर्वेश्वर मंदिर से शुरू हुई थी और विरार (पश्चिम) में ग्लोबल सिटी के पिंप्लेश्वर मंदिर जा रहे थे। उस दौरान यह घटना हुई। खबर है कि रैली में 100 से 150 वाहन सवार थे। इसके अलावा एक रथ और दो टैंपो भी रैली का हिस्सा थे।

एजेंसी से बातचीत में अधिकारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद कुछ पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा गया था। बोलिंज पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। वहीं, अधिकारियों ने जनता से शांत रहने और सोशल मीडिया पर अफवाहों को नहीं फैलाने की अपील की है।

बंगाल में हमला

पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने वीडियो शेयर किया है। उन्होंने आरोप लगाए हैं, ‘कोलकाता के पार्क सर्कस सेवन पॉइंट इलाके में राम नवमी जुलूस के लौटने के दौरान हिंदू श्रद्धालुओं पर बड़ा हमला किया गया। भगवा झंडा लेकर चलने के कारण वाहनों पर पत्थरों की बारश की गई। कांच तोड़ दिए गए। जमकर बवाल किया गया। यह ऐसे ही नहीं हुआ है। यह निशाना बनाकर की गई हिंसा थी।’

मजूमदार ने पुलिस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘और पुलिस कहां थी? वहीं थी और चुपचाप खड़ी देख रही थी। ममता बनर्जी की तरफ से चुन चुन कर बनाई गई फोर्स उनकी तुष्टिकरण की राजनीति से पूरी तरह कमजोर हो गई है। मासूम हिंदुओं की सुरक्षा के लिए एक भी कदम नहीं उठाया गया।’

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘इस कायरता से एक बात साफ होती है कि राम नवमी के दौरान हिंदुओं के एकजुट होने ने सिस्टम को हिलाकर रख दिया है। ममता की शांति वाहिनी शांतिपूर्ण नहीं है। वे घबराए हुए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘याद रहे कि यह सिर्फ एक शुरुआत है। हम कोलकाता से वादा करते हैं कि अगले साल राम नवमी का और बड़ा जुलूस पार्क सर्कर से निकालेंगे। और जो पुलिसकर्मी आज चुप खड़े थे, वो हमारे ऊपर फूल फेकेंगे। मेरे ये शब्द याद रखना।’