नई दिल्ली: रॉबर्ट वाड्रा से ईडी की पूछताछ का आज तीसरा राउंड है. पिछले दो दिन में ईडी वाड्रा से 12 घंटे पूछताछ कर चुकी है. आज भी सवाल जवाब का सिलसिला लंबा चल सकता है. सूत्रों के मुताबिक शाम करीब साढ़े 6 बजे तक यह पूछताछ चल सकती है. ईडी की पूछताछ के दौरान वाड्रा एक बार घर जाते हैं और लंच करके वापस आते हैं. प्रियंका उनके साथ दिखाई दे रही हैं. बुधवार को भी वह वाड्रा से पूछताछ के दौरान दो घंटे ईडी के विजिटर रूम में बैठी रही थीं. लंच के बाद वह वाड्रा को ड्रॉप करने ईडी दफ्तर आई थीं. गुरुवार को 11 बजे वाड्रा को ईडी मुख्यालय बुलाया गया था. वह तय समय पर पहुंचे. आज भी प्रियंका उनको ड्रॉप करने आई थीं.
ईडी की पूछताछ पर क्या बोले रॉबर्ट वाड्रा
ईडी की पूछताछ पर वाड्रा का आरोप है कि उनके पुराने सवाल ही रिपीट किए जा रहे हैं. वहीं ईडी का कहना है कि जो नए तथ्य सामने आए हैं, उसी आधार पर पूछताछ की जा रही है. वाड्रा से जिस मामले सवाल जवाब चल रहे हैं वह मामला 2008 का है. गुरुग्राम के ओमकारेश्वर प्रॉपर्टी के मालिक सुरेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया है कि वाड्रा की कंपनी ने साढ़े तीन एकड़ जमीन की डील की थी. उनसे साढ़े सात करोड़ में जमीन खरीदी गई. वाड्रा ने लैंड यूज बदला गया. भूपेंद्र हुड्डा सीएम थी. उसी समय लैंड यूज बदला गया और डीएलएफ का 58 करोड़ में बेचा गया.
मैं सच में विश्वास करता हूं और सच की जीत होगी
ईडी की पूछताछ के पहले वाड्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी. रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “मेरे जन्मदिन के सप्ताह की सेवा कुछ दिनों के लिए रोक दी गई है. मैंने बुजुर्गों को भोजन कराने और विभिन्न क्षेत्रों के सभी बच्चों को उपहार देने की जो योजनाएं बनाई हैं, उन्हें मैं तब तक जारी रखूंगा जब तक कि सरकार मुझे अच्छे काम करने और अल्पसंख्यकों के प्रति उनके अन्यायपूर्ण व्यवहार के बारे में बोलने से नहीं रोकती, या फिर अगर मेरे राजनीति में आने की इच्छाएं और बातें भी होती हैं.” उन्होंने आगे लिखा, “लोगों की इच्छाओं और जरूरतों को पूरा करने से मुझे कोई नहीं रोक सकता. मैं यहां किसी भी तरह के अन्यायपूर्ण दबाव के लिए तैयार हूं. मैं सत्य में विश्वास करता हूं और सत्य की जीत होगी.”
रॉबर्ड वाड्रा से किस मामले में ईडी की पूछताछ
यह पूरा मामला साल 2018 का है. तौरू के रहने वाले सुरेंद्र शर्मा की शिकायत पर 1 सितंबर 2018 को गुरुग्राम के खेरकी दौला थाने में यह केस दर्ज किया गया था. रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी पर आरोप है कि उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की थी. इस मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को भी आरोपी बनाया गया है. आईपीसी की धारा 420, 120, 467, 468 और 471 के तहत इस मामले में केस दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद आईपीसी की धारा 423 के तहत नए आरोप जोड़े गए थे.
शिकायतकर्ता का आरोप है कि वाड्रा की कंपनी ने फरवरी 2008 में गुड़गांव के शिकोहपुर में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से खरीदी थी. कमर्शियल लाइसेंस पाने के बाद कंपनी ने उसी प्रॉपर्टी को डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया था. इसी मामले में ईडी वाड्रा की कंपनी पर वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है.