कोरबा -SECL कुसमुंडा खदान में जरहाजेल के लंबित नौकरी की मांग को लेकर कुछ लोगों ने अपने पूरे परिवार समेत खदान में उतर कर सुबह छः बजे कोयला परिवहन बंद कराया दिया , कोयला परिवहन में लगे गाड़ियों डंपरों को रुकवाया जिसमे जिसमे SECL प्रबंधन कुसमुंडा को हजारों टन कोयला उत्पादन का नुकसान हुआ l भू विस्थापितों का कहना है SECL कुसमुंडा में नौकरी के नाम पर उनको घुमाया जा रहा है l परदेशी नमक व्यक्ति ने बताया की सन 2005 में मेरी जमीन अधिग्रहण किया था मगर आज तक नौकरी नहीं मिला है ,मेरे पिता को मृत बता कर किसी और को नौकरी दे गई है l

SECL कुसमुंडा प्रबंधन के द्वारा सारी जानकारी होने के बाद भी SECL मौन बैठी है, उनका कहना है कि हमारी तो जमीन गई हमारे पास अब कुछ भी नहीं बचा है, नौकरी के चक्कर में हम कर्ज में दब गए l जब तक हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाएगा तब तक धरने पर बैठे रहेंगे ।

थाना प्रभारी रूपक शर्मा में मौके पर मौजूद रहे जिनकी समझाइश पर भू विस्थापितों ने अपना हड़ताल खत्म किया है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनको नौकरी नहीं मिलता है ,तो फिर वह खदान बंद करने में मजबूर होंगे। क्योंकि कुसमुंडा SECL प्रबंधन ने कई ऐसे लंबित मामलों में नौकरी दिया है, तथा भू विस्थापितों ने बतलाया कि वो अपने हक के लिए न्यायालय का भी शरण लेंगे।
