कोरबा : रेगुलराइज करने सहित कई मांगों को लेकर कोरबा जिले में पांच विकासखंड के पंचायत सचिवों के द्वारा की जा रही हड़ताल 34 दिन के बाद समाप्त हो गई।। कर्मचारियों ने अपनी पंचायत में प्रभार ग्रहण कर लिया है। खबर के अनुसार पहली बार निर्वाचित हुए सरपंच ऑन के हस्ताक्षर का प्रमाणीकरण मुख्य कार्यपालन अधिकारी करेंगे। इसके साथ पंचायत में विभिन्न कार्यों को रफ्तार मिल सकेगी।
पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद ही अपनी मांगों को लेकर सचिव कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। इस स्थिति में ग्राम पंचायत में कामकाज बाधित हो गया। हड़ताल के लंबे समय तक चलने के कारण वैकल्पिक रूप से पंचायत के रोजगार सहायकों स्थाई प्रभार जरूर दिया गया था जिसे अब समाप्त कर दिया गया है।कोरबा जिले की 402 ग्राम पंचायत में सचिवों के द्वारा प्रहार ग्रहण करने के साथ अगली प्रक्रियाओं को पूरा कराया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि बहुत सारी पंचायत में नए सरपंच पहली बार चुन कर आए हैं इसलिए संबंधित कार्यों के मामले में उनके हस्ताक्षर का उपयोग करने से पहले प्रमाणीकरण कराया जाना जरूरी है। जनपद पंचायत में मुख्य कार्यपालिका अधिकारी के समक्ष उनके हस्ताक्षर का प्रमाणीकरण होगा तब कहीं जाकर ग्राम सभा से लेकर प्रस्ताव और भुगतान से जुड़े कार्यों को आगे बढ़ाया जा सकेगा। कहां जा रहा है कि अधिकतम 2 दिन में इस काम को पूरा कर लिया जाए इसे ध्यान में रखा गया है।
भुगतान पर भी नजर
जानकारी मिली है कि सरकार के द्वारा ग्राम पंचायत को दी जाने वाली मूलभूत मत की राशि एलॉट कर दी गई है। आकस्मिक प्रकृति के कार्यों पर इसे खर्च करने का नियम है। लंबे समय से सभी के हाथ खाली है और वह इंतजार में है कि किस प्रकार से व्यवस्था हो इसलिए सब की कोशिश यही है कि जितनी जल्द हो सके राशि ड्रॉ कर ली जाए। दूसरी और बहुत सारे कामकाज भी मंजूर हुए हैं अथवा जो लटके हुए हैं उन्हें भी आगे बढ़ाना है। ग्रामीण क्षेत्र में इनसे जुड़ी संभावनाओं को लेकर हर सरपंच और सचिव चाहता है कि यथाशीघ्र कैसे कार्यों को हम शुरू करें।