कोरबा : जिले के कुसमुंडा खदान प्रभावित ग्राम पाली के लगभग 115 ग्रामीणों को ठेका कंपनी से निकाले जाने के विरोध में अनेकों गांव के ठेका ग्रामीणों ने भी ठेका कार्य का बहिष्कार कर दिया है। ऐसे में लगभग 500 से 600 की संख्या में ठेका मजदूर काम पर नहीं जा रहे हैं। हालांकि इस मामले पर ठेका कंपनी के अधिकारी बताते हैं कि ग्रामों के जमीन अधिग्रहण में देरी की वजह से कुसमुंडा खदान के पास जमीन नहीं है जिस वजह से कंपनियों की मशीन खड़ी है ऐसे में जब खोदने के लिए जमीन ही नहीं रहेगी तो काम कैसे होगा। इस वजह से पाली ग्राम के 115 ठेका मजदूरों को जमीन मिल जाने तक काम पर नहीं आने की बात कही गई है। इधर पाली ग्राम के ग्रामीणों को वापस काम में नहीं रखने से भूविस्थापित संगठन में काफी आक्रोश है। उन्होंने आज शुक्रवार को कुसमुंडा जीएम कार्यालय आकर इस संदर्भ में एक पत्र प्रेषित किया।

आईये जानते हैं क्या कुछ लिखा है इस पत्र में – एस ई सी एल कुसमुंडा खदान में नियोजित नीलकंठ माइनिंग कंपनी ‌द्वारा ग्राम पाली के 115 भू विस्थापित ठेका मजदूरों को दिनांक 11-4-2025 को अचानक काम से निकाल दिया गया जिसके कारण सैकड़ों ठेका मजदूरो ने काम का बहिष्कार कर दिया इसी तारतम्य में दिनांक 19-4-2025 को नीलकंठ माइनिंग कंपनी द्वारा ग्राम पाली के सहकर्मी भाईयों को छोड़कर सभी ठेका मजदूरों को कार्य पर लौटने संबंधी सूचना जारी किया गया है। जैसा कि आपको भली भांति ज्ञात है कि हम सभी सहकर्मी भाई एक संगठित संगठन के सदस्य है और हमेशा एक दूसरे के अच्छे-बुरे वक्त में साथ खड़े रहते है जो कि हमारे भाईचारा और एकता का प्रतीक है। अतः जब कंपनी प्रबंधन द्वारा एकाएक बिना किसी जायज़ और पुख्ता आधार बताए बिना ग्राम पाली के 115 सहकर्मी भाईयों को कार्य से निकाले जाने संबंधित नोटिस जारी किया गया, तो हम सभी साथी कर्मी उस आदेश से आहत होकर उनके समर्थन में कार्य का बहिष्कार कर दिए तथा हम सभी मजदूरों में रोष व्याप्त है।

चूंकि श्रम नियम में ऐसा कोई अधिनियम का उल्लेख नहीं है, कि किसी भी ठेका कर्मचारी को उसके ‌द्वारा जमीन उपलब्ध नहीं करा पाने पर कार्य से निकाला जा सके क्योंकि सभी मजदूरों की भर्ती उनकी योग्यता के आधार पर हुआ है, न की जमीन के एवज पर व एस ई सी एल कुसमुंडा को भविष्य में इन्हीं किसानों के जमीन से कोयला उत्खनन करना है। अतः श्रीमान जी से हमारा विनम आग्रह / निवेदन है कि सभी कर्मचारियों के साथ साथ ग्राम पाली के उन 115 सहकर्मियों को जिन्हे कार्य से निकाला गया है, सभी को कार्य पर पुनः बुलाने का कष्ट करें।